
गौतम गंभीर अपनी पीढ़ियों के सबसे अच्छे क्रिकेटर्स में से एक हैं। क्रिकेट में अपने बल्ले को आराम देने के बाद गंभीर सक्रिय राजनीति में उतर चुके हैं। हालांकि, गंभीर अभी भी क्रिकेट में काम करना ज़ारी रखे हुए हैं, कभी कॉमेंटेटर के तौर पर या कभी इंडियन प्रीमियर लीग की टीमों के लिए मेंटॉर के तौर पर। जब गंभीर से इस बाबत सवाल पूछा गया कि सांसद होने के बाद भी वे आईपीएल में काम क्यों कर रहे हैं तो उन्होंने इसका करारा जवाब दिया।
गंभीर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के लिए सांसद हैं। एक नेता के तौर पर, पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने गांधी नगर में जन रसोई नाम का एक किचन स्थापित किया है। उन्होंने उस क्षेत्र में एक लाइब्रेरी भी स्थापित की है।
सांसद के तौर पर अपने कामों से इतर, गंभीर क्रिकेट को भी किसी ना किसी तरीके से लगातार समय देते रहते हैं। भाजपा के 8 सालों के कामों के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर से उनके आईपीएल टीमों से संबंधों को लेकर और उनके कमेंट्री करते रहने को लेकर सवाल किया गया।
क्रिकेटर से राजनेता बने गंभीर ने बताया कि गरीबों के लिए जो काम वे करते हैं वो सब करने के लिए उनको ऐसे सब काम करने पड़ते हैं। वे अपनी कमाई से उनके लिए काम करते हैं।
“मैं आईपीएल में मेंटॉर के तौर पर काम इसलिए करता हूं या कमेंट्री इसलिए करता हूं, क्योंकि 5000 लोगों का पेट भरने के लिए हर माह अपनी सैलरी का 25 लाख खर्च करता हूं। साल भर में यह लगभग पौने तीन करोड़ रुपए हुए। मैंने 25 लाख रुपए लाइब्रेरी के लिए भी दिए हैं।
“यह सब खर्च मैं अपनी जेब से करता हूं, ना कि सांसद फंड से। मेरे घर का खर्च सांसद फंड से नहीं चलता ना ही मेरे किचन में रोटी उसकी वजह से नहीं आती। मेरे घर में कोई पेड़ नहीं लगा है जहां से मैं पैसे तोड़ के अपने काम कर लूं।
“क्योंकि मैं ये सब काम करता हूं, मैं वह लाइब्रेरी खुलवाने में सफल रहा हूं या 5000 लोगों का पेट भरने में सफल हूं। मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं है कि मैं आईपीएल में कमेंट्री करता हूं या टीमों को मेंटॉर करता हूं। मैं जो भी करता हूं उसका एक बड़ा गोल होता है।” यह सब उन्होंने मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा। गंभीर ने आईपीएल 2022 में सक्रिय रूप से पार्ट लिया। वे लखनऊ की टीम के कोच थे। लखनऊ की टीम पहली बार आईपीएल में शिरकत कर रही थी और गंभीर की कोचिंग में वे प्लेऑफ में भी पहुंचे।
